केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक का मैसूरू दौरा

केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक प्रो. सुनील बाबुराव कुलकर्णी जी का दिनांक 21-06-2023 को मैसूरू एअरपोर्ट पर सहर्ष स्वागत केंद्रीय हिंदी संस्थान, मैसूरू केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. परमान सिंह व अतिथि प्रवक्ता शिव दत्त द्वारा पुष्प भेंट कर किया गया। तत्पश्चात निदेशक महोदय ने मैसूरू केंद्र पर पहुँचकर केंद्र के भवन एवं संसाधनों का अवलोकन किया तथा समस्त कर्मचारियों से केंद्र की प्रगति को लेकर विचार-विमर्श किया तथा गतिविधियों को बढ़ाने के लिए आवश्यक निर्देश प्रदान किए। इसी बीच कर्नाटक के प्रसिद्ध विद्वान प्रो. टी. आर भट्ट के आगमन पर निदेशक जी ने उनका सहर्ष स्वागत किया व उनके साथ स्नेहिल भेंट की।

इसके पश्चात तय समयानुसार निदेशक जी द्वारा कर्नाटक राज्य के सर्व विख्यात कन्नड़ साहित्यकार, पद्म भूषण, पद्म श्री, साहित्य अकादमी अवार्ड (कन्नड़) एवं सरस्वती सम्मान जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित श्री एस.एल भैरप्पा जी से आत्मीय भेंट की तथा दक्षिण में हिंदी की स्थिति को लेकर विस्तृत बातचीत हुई। निदेशक महोदय ने श्री एस.एल भैरप्पा जी को पुष्पगुच्छ के साथ हिंदी-कन्नड़ अध्येता कोश एवं समन्वय दक्षिण पत्रिका सप्रेम भेंटस्वरूप प्रदान की तथा संस्थान द्वारा किए हिंदी के लिए किए जा रहे कार्यक्रमों की विस्तार में जानकारी प्रदान की। इस दौरान उनके साथ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. परमान सिंह व भाषाविद प्रो. टी. आर भट्ट जी भी मौजूद रहे.

दिनांक 22-06-2023 के कार्यक्रमों का आगाज मैसूरू के मशहूर सेंट फिलोमेना कॉलेज में आयोजित हिंदी कंटेट लेखन पर साप्ताहिक कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता की। इस दौरान निदेशक महोदय ने कॉलेज के हिंदी शिक्षकों व विद्यार्थियों से सार्थक वार्तालाप स्थापित किया। छात्रों को संस्थान द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लेने तथा हिंदी की समृद्धि में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम मंच पर डॉ. एस. ए. मंजुनाथ, हिंदी विभागाध्यक्ष, पोम्पेई कॉलेज, मैंगलोर तथा मैसूरू केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. परमान सिंह भी विराजमान थे।

भोजनोपरांत प्रो. कुलकर्णी जी द्वारा भारतीय भाषा संस्थान, मैसूरू (सीआईएल) के निदेशक प्रो. शैलेन्द्र मोहन जी के साथ आत्मीय भेंट हुई। प्रो. शैलेन्द्र मोहन जी ने प्रो. कुलकर्णी जी का स्वागत शाल एवं प्रतीक चिह्न प्रदान करके किया एवं प्रो. कुलकर्णी जी ने प्रो. शैलेन्द्र मोहन जी को हिंदी-कन्नड़ अध्येता कोश एवं समन्वय दक्षिण पत्रिका सप्रेम भेंटस्वरूप प्रदान की। बैठक के दौरान भारत के सबसे प्रतिष्ठित भाषा संस्थानों के दोनों निदेशकों के मध्य समानांतर कार्पस विकसित करने और त्रिभाषा सूत्र के अंतर्गत हिंदी के कुछ पाठ्यक्रमों को विकसित करने पर विस्तार से चर्चा हुई। इस विशेष वार्ता के दौरान मैसूरू केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. परमान सिंह व भारतीय भाषा संस्थान के सहायक निदेशक (प्रशासन) डॉ. नारायण चौधरी भी उपस्थित रहे.

इसी बीच केंद्रीय हिंदी संस्थान, मैसूरू केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक के नेतृत्व व माननीय निदेशक की अध्यक्षता में कर्नाटक राज्य के हिंदी शिक्षकों, हिंदी प्रेमियों व सेवियों के लिए ‘दक्षिण भारत में हिंदी की स्थिति: समस्याएँ एवं अवसर’ विषयक परिचर्चा का आयोजन मैसूरू केंद्र के सभागार में किया गया जिसमें राज्य की प्रसिद्ध हिंदी विद्वान प्रो. प्रतिभा मुदलियार, प्रमुख भाषाविद प्रो. टी.आर भट्ट, पोम्पई कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ. एस. ए मंजुनाथ व मैसूरू के हिंदी प्राध्यापक डॉ. विजी एस, क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, मैसूरू के हिंदी प्रोफेसर सर्वेश मौर्य, कर्नाटक राज्य प्रौढ़शाला शिक्षक संघ, बैंगलोर के राज्याध्यक्ष श्री धर्मराज राठौर, विशप कॉटन कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार यादव, अखिल भारतीय हिंदी संस्था संघ के महासचिव श्री एस आर गारवाड़, मैसूरू की हिंदी लेखिका अमिता सक्सेना अतिथि वक्ता के रूप में अपने विचारों से मंच को अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन केंद्र पर नियुक्त अतिथि प्रवक्ता शिव दत्त ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु कर्नाटक राज्य के लगभग 80 हिंदी शिक्षकों, विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों व हिंदी प्रेमियों व हिंदी सेवियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

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